Bhai Dooj in Hindi 2022 : भाई दूज का पर्व

Bhai Dooj Holi 2022 : 

 भाई-बहन का प्यार समाज बहुत ही स्नेहिल होता है। होली के अगले दिन आने वाला भाई दूज का पर्व आज औोर कल है। वैसे भारत मे यह पर्व साल में दो बार मनाया जाता है. होली के बाद वाले भाई दूज को होली भाई दूज कहा जाता है. यह भाई दूज चैत्र मास के कृष्ण पक्ष की द्वितीया तिथि को (Bhai Dooj) को मनाया जाता है. भाई दूज साल में दो बार आता है, एक होली के बाद और दूसरा दीपावली के बाद. होली के दो दिन बाद मनाए जाने वाले इस भाई दूज को होली भाई दूज (Holi Bhai Dooj) के नाम से जाना जाता है. होली भाई दूज पर भी बहनें भाई को तमाम संकटों से बचाने और उसकी दीर्घायु के लिए व्रत रखती हैं और उसका तिलक करने के बाद व्रत खोलती है. ये दिन भाई और बहन के बीच प्यार बढ़ाने वाला और उनके रिश्ते को मजबूती देने वाला दिन है. इस बार होली 


भाई दूज का पर्व (Bhai Dooj Festival) 19 मार्च शनिवार व 20 मार्च को रविवार के दिन मनाया जाएगा।


 . भाई दूज पर तिलक का शुभ मुहूर्त : Tilak ka muhurat चैत्र मास के कृष्ण पक्ष की द्वितीया तिथि 19 मार्च शनिवार को दोपहर 11:37 बजे से शुरू होगी और 20 मार्च रविवार को सुबह 10:06 बजे समाप्त होगी. उदया तिथि के हिसाब से ये त्योहार 20 मार्च रविवार को मनाया जाएगा. होली भाई दूज का महत्व भारत में भाई दूज का पर्व भाई के जीवन की सलामती के लिए मनाया जाता है. ये दिन भाई और बहन के बीच संबन्ध को और मजबूत बनाता है. इस दिन बहनें अपने भाई के जीवन को संकटों से बचाने के लिए व्रत रखकर गणपति और नारायण की पूजा करती हैं और उनसे भाई की लंबी आयु की कामना करती हैं. इसके बाद भाई का तिलक करने के बाद वो व्रत खोलती हैं. तिलक के बदले भाई भी अपनी बहन को शगुन के तौर पर कोई उपहार देता है. साथ ही बहन का हर परिस्थिति में साथ निभाने और उसकी रक्षा करने का वचन देता है. बहनें भाई को ऐसे करें तिलक होली भाई दूज के दिन सुबह जल्दी स्नान आदि से निवृत्त होने के बाद स्वच्छ वस्त्र पहनें और श्रीगणेश व श्रीविष्णु भगवान का विधिवत पूजन करें.

 भाई दूज की कथा पढ़ें 


सभी बहने अपने भाई की दीर्घायु की प्रार्थना करें. इसके बाद भाई को तिलक करने के लिए आरती का थाल सजाएं. थाल में रोली, अक्षत, दीपक, मिठाई, सुपारी या सूखा गोला आदि रखें. इसके बाद चौक लगाकर उस पर पाटा रखकर भाई को बैठाएं. उसको तिलक लगाएं, अक्षत लगाएं, आरती उतारें और मिठाई खिलां. इसके बाद भाई को सुपारी या गोला दें. इसके बाद भाई अपनी बहन के पैर छूकर आशीर्वाद लें और बहन को सामर्थ्य के अनुसार कोई उपहार देकर उसका मुंह मीठा कराएं. बहनें आज के इस दिन भाई को भोजन कराने के बाद ही घर से विदा करें.

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