चंडीगढ़, 27 फरवरी- हरियाणा के उपमुख्यमंत्री श्री दुष्यंत चौटाला ने कहा कि उनका दृढ निश्चय है कि वे राज्य में अवैध शराब की बिक्री को रोकेंगे, बेशक कुछ ग़लत लोगों की मंशा हमारी अच्छी नीतियों के खिलाफ हो।
बेहतरीन आबकारी नीति की बदौलत ही पिछले चार वर्षों में आबकारी राजस्व 6100 करोड़ से बढ़कर 11000 करोड़ रूपये तक पहुंचा है।
डिप्टी सीएम, जिनके पास आबकारी विभाग का प्रभार भी है, ने आज विधानसभा में सदन के एक सदस्य द्वारा आबकारी विभाग में प्लास्टिक की बजाए कांच की बोतलों में शराब बेचने से संबंधित दिए गए निर्देशों पर उठाए गए सवाल का ज़वाब दे रहे थे।
श्री दुष्यंत चौटाला ने कहा कि आबकारी विभाग ने प्रदेश में शराब को प्लास्टिक की बोतलों की बजाए कांच की बोतलों में बिक्री करने के निर्देश दिए हैं, इसके तहत 29 फरवरी 2024 के बाद राज्य में प्लास्टिक की बोतलों में शराब की बिक्री पर प्रतिबंध रहेगा।
उन्होंने बताया कि विभाग का यह कदम राज्य सरकार की आबकारी नीति का पार्ट था ताकि प्रदेश में अवैध तौर पर बिक्री होने वाली शराब पर रोक लग सके।
उन्होंने जानकारी दी कि कांच की बोतलों में पैक की जाने वाली शराब का ट्रांसपोर्टेशन तथा ट्रैक एंड ट्रेस करना आसान होगा। कार्य में पारदर्शिता आएगी और अवैध शराब की बिक्री बंद होगी।
श्री दुष्यंत चौटाला ने कहा कि अवैध शराब पर रोक लगाने के लिए अगर भविष्य में भी इस प्रकार के सकारात्मक कदम उठाने पड़े तो वे जरूर उठाएंगे। विभाग द्वारा कांच की बोतलों में शराब बेचने के निर्देशों को कतई वापस नहीं लिया जाएगा।
उन्होंने आगे कहा कि वे पिछले करीब चार वर्षों में सदन में कई बार कह चुके हैं कि चाहे प्रदेश में शराब का ट्रांसपोर्टेशन करने वाले वाहनों के लिए ट्रैक एंड ट्रेस लागू किया हो या फ्लोमीटर लगाने का या फिर डिस्टलरीज में सीसीटीवी कैमरे लगाने का कदम उठाया गया हो, इन सभी से आबकारी विभाग को फायदा हुआ है।
इसी का परिणाम है कि वर्तमान में आबकारी राजस्व में 6100 करोड़ रूपये से बढ़कर 11000 करोड़ रूपये तक रिकॉर्ड वृद्धि हुई है ।
उन्होंने आबकारी विभाग में प्लास्टिक की बजाए कांच की बोतलों में शराब बेचने से संबंधित निर्देशों पर अडिग रहने की बात कही और कहा कि प्रदेश हित में वे भविष्य में भी ऐसे सकारात्मक कदम उठाते रहेंगे।
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