क्या है इंटरनेशनल ईयर ऑफ मिलेट्स (आईवाईओएम)-2023

 क्या है इंटरनेशनल ईयर ऑफ मिलेट्स (आईवाईओएम)-2023

इंटरनेशनल ईयर ऑफ मिलेट्स (आईवाईओएम)-2023 मोटे अनाजों को प्रोत्‍साहन देने की प्रधानमंत्री श्री नरेन्‍द्र मोदी की परिकल्‍पना वाली पहल है। 

भारत सरकार द्वारा संयुक्त राष्ट्र को प्रस्तावित इस ‘‘इंटरनेशनल ईयर ऑफ मिलेट्स (आईवाईओएम)-2023" की पहल को ध्यान में रखते हुए, कृषि और किसान कल्याण विभाग तथा भारतीय राष्ट्रीय कृषि सहकारी विपणन संघ लिमिटेड (नेफेड) मिलेट्स (मोटे अनाज) आधारित उत्पादों के प्रचार और विपणन के लिए मिलकर काम करेंगे।

 आईवाईओएम-2023 पूरे विश्‍व में मनाया जाएगा। भारत विश्‍व मानचित्र पर पोषक अनाजों को वापस लाने के लिए कमर कस रहा है। ये संगठन पूरे देश में अधिकतम मूल्य निर्माण और मोटे अनाज आधारित उत्‍पादों के लिए समर्थन, संगठित प्रचार, बाजार और प्रभावी बाजार संबंध स्थापित करेंगे।

कौन-कौन से संगठन के बीच हुआ है इंटरनेशनल ईयर ऑफ मिलेट्स-2023 के लिए समझौता 

इंटरनेशनल ईयर ऑफ मिलेट्स (आईवाईओएम)-2023 को बढ़ावा देने के निमित्‍त ३ अक्टूबर 2022 को नई दिल्ली में कृषि और किसान कल्याण विभाग तथा भारतीय राष्ट्रीय कृषि सहकारी विपणन संघ लिमिटेड (नेफेड) के बीच एक समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए गए।

 कृषि और किसान कल्याण विभाग और नेफेड कुछ प्रमुख क्षेत्रों जैसे मूल्यसंवर्धित मोटे अनाज आधारित उत्‍पादों के निर्माताओं/प्रोसेसरों को परामर्श सहायता उपलब्‍ध कराना, इंडियन इंस्टिट्यूट ऑफ मिलेट्स रिसर्च (आईआईएमआर) के पैनल में शामिल स्टार्ट-अप्स सहित अन्‍य स्‍टार्ट-अप्‍स की ऑन-बोर्डिंग, विशेष रूप से मोटे अनाज आधारित उत्पादों की एक श्रृंखला विकसित करने के लिए एफपीओ का गठन करेगा .

 वहीँ नेफेड का काम बाजार भंडारण और नेफेड से जुड़े अन्य संस्थानों के साथ-साथ दिल्‍ली और एनसीआर के विभिन्‍न स्‍थानों पर मोटे अनाज आधारित वेंडिंग मशीनों की स्‍थापना के माध्‍यम से मोटे अनाज आधारित उत्‍पादों को बढ़ावा देना, विपणन करना तथा मोटे अनाज आधारित वस्तुओं पर ध्यान केंद्रित करने में सहयोग और सहायता प्रदान करना है। 

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