राष्ट्रीय पुरस्कार पोर्टल पर 5वें राष्ट्रीय जल पुरस्कार, 2023 का शुभारंभ
चंडीगढ़, 11 दिसंबर- जल शक्ति मंत्रालय के जल संसाधन, नदी विकास और गंगा कायाकल्प विभाग ने राष्ट्रीय पुरस्कार पोर्टल पर 5वें राष्ट्रीय जल पुरस्कार, 2023 का शुभारंभ किया है। इन पुरस्कारों के लिए सभी आवेदन लिंक https://awards.gov.in/Home/
एक सरकारी प्रवक्ता ने पुरस्कारों के लिए पात्रता संबंधी जानकारी देते हुए बताया कि कोई भी राज्य, जिला, ग्राम पंचायत, शहरी स्थानीय निकाय, स्कूल/कॉलेज, संस्थान (स्कूल/कॉलेज के अलावा), उद्योग, नागरिक समाज, जल उपयोगकर्ता संघ या जल संरक्षण और प्रबंधन के क्षेत्र में अनुकरणीय कार्य करने वाले व्यक्ति आवेदन करने के पात्र है। उन्होंने बताया कि
'सर्वश्रेष्ठ राज्य' और 'सर्वश्रेष्ठ जिला' को ट्रॉफी और प्रशस्ति पत्र से सम्मानित किया जाएगा। शेष श्रेणियों में -'सर्वश्रेष्ठ ग्राम पंचायत', 'सर्वश्रेष्ठ शहरी स्थानीय निकाय', 'सर्वश्रेष्ठ स्कूल/कॉलेज', 'सर्वश्रेष्ठ संस्थान (स्कूल/कॉलेज के अलावा)', 'सर्वश्रेष्ठ उद्योग', 'सर्वश्रेष्ठ नागरिक समाज', 'सर्वश्रेष्ठ जल उपयोगकर्ता संघ', 'सर्वश्रेष्ठ उद्योग', 'उत्कृष्टता के लिए सर्वश्रेष्ठ व्यक्ति' विजेताओं को नकद पुरस्कार के साथ-साथ ट्रॉफी और प्रशस्ति पत्र से सम्मानित किया जाएगा। पहले, दूसरे और तीसरे विजेताओं के लिए नकद पुरस्कार क्रमशः 2 लाख रुपये, 1.5 लाख रुपये और 1 लाख रुपये हैं।
प्रवक्ता ने बताया कि राष्ट्रीय जल पुरस्कारों के लिए प्राप्त सभी आवेदनों की जांच जल संसाधन, नदी विकास और गंगा संरक्षण मंत्रालय की एक स्क्रीनिंग समिति द्वारा की जाएगी। चुने गए आवेदनों को एक सेवानिवृत्त सचिव स्तर के अधिकारी की अध्यक्षता वाली जूरी समिति के समक्ष रखा जाएगा।। समिति की सिफारिशों को अनुमोदन के लिए केंद्रीय मंत्री (जल शक्ति) को प्रस्तुत किया जाएगा।
उन्होंने बताया कि राष्ट्रीय जल पुरस्कार (एनडब्ल्यूए) की शुरुआत सरकार के दृष्टिकोण 'जल समृद्ध भारत' को पूरा करने में देश भर में राज्यों, जिलों, व्यक्तियों, संगठनों आदि द्वारा किए गए अनुकरणीय कार्य और प्रयासों को पहचानने और प्रोत्साहित करने के लिए शुरू किया गया। राष्ट्रीय जल पुरस्कारों का उद्देश्य हितधारकों को देश में जल संसाधन प्रबंधन के प्रति एक समग्र दृष्टिकोण अपनाने के लिए प्रोत्साहित करना है क्योंकि सतही जल और भूजल जल चक्र में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। इन उद्देश्यों को अपनाने के लिए, 2018 में पहला राष्ट्रीय जल पुरस्कार शुरू किया गया जिसमें 14 श्रेणियों के अंतर्गत 82 विजेताओं को सम्मानित किया गया।